राजभाषा पखवाड़े के अवसर पर एसबीआई मुख्यालय मुंबई में एक राष्ट्रीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कवि सम्मेलन की अध्यक्षता एसबीआई चेयरमैन श्री चल्ला श्रीनिवासुलु शेट्टी ने की। श्री शेट्टी ने इस अवसर पर कहा कि एसबीआई ने हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं की प्रगति के लिए कई पहल की हैं। उन्होंने कहा हम एक बहुभाषी समाज में रहते हैं, इसलिए ग्राहकों को भारतीय भाषाओं में बैंकिंग सुविधाएं प्रदान करना हमारी ग्राहक सेवा का हिस्सा है।
कवि सम्मेलन में बैंक के प्रबंध निदेशक गण श्री राणा आशुतोष कुमार सिंह एवं श्री विनय एम. तोन्से उपस्थित थे। इस अवसर पर अतिथियों का स्वागत करते हुए बैंक के मुख्य महाप्रबंधक श्री राजीव कुमार ने अध्यक्ष महोदय, प्रबंध निदेशक एवं उप प्रबंध निदेशक गण सहित सभी अतिथियों व श्रोताओं के प्रति आभार प्रकट किया।
कार्यक्रम में वरिष्ठ कवि सर्वश्री राजेश रेड्डी, अरुण जैमिनी, चिराग़ जैन और अमन अक्षर ने कविता पाठ किया। वरिष्ठ कवि, गज़लकार एवं संगीतकार श्री राजेश रेड्डी की गज़लों को श्रोताओं ने खूब पसंद किया। उनकी पंक्ति “किसी दिन ज़िंदगानी में करिश्मा क्यों नहीं होता/ मैं हर दिन जाग तो जाता हूँ ज़िंदा क्यों नहीं होता” ने दर्शकों का दिल जीत लिया।
हास्य कवि अरुण जैमिनी की हास्य कविताओं पर श्रोता लोट-पोट होते रहे। युवा कवि, कुशल संचालक एवं प्रस्तोता कवि चिराग़ जैन और कवि अमन अक्षर की कविताओं को भी श्रोताओं की सराहना मिली।
इस अवसर पर अधिकारियों व कर्मचारियों को संबोधित करते हुए बैंक के उप प्रबंध निदेशक श्री बिनोद कुमार मिश्रा ने कहा कि सितंबर माह में राजभाषा को बढ़ावा देने के लिए पूरे देश में कई कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। राजभाषा प्रसार के लिए एसबीआई सूचना-प्रौद्योगिकी की सामर्थ्य का उपयोग कर रहा भारत की बहुभाषी एवं समावेशी संस्कृति की भावना के अनुरूप बैंक के सभी कार्यालयों और शाखाओं में राजभाषा पखवाड़ा 14 से 30 सितंबर तक पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है और इसी क्रम में एसबीआई मुख्यालय में यह राष्ट्रीय कवि सम्मेलन भी आयोजित किया गया है। उन्होंने कार्यक्रम में पधारने के लिए अध्यक्ष महोदय सहित सभी आगंतुकों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।