अशोक क्लब में कविता संग्रह ‘तुम ठाकुर मेरे’ का विमोचन
कविता और संगीत का भावपूर्ण संगम
जयपुर, लेखिका अंशु हर्ष के कविता संग्रह ‘तुम ठाकुर मेरे’ का आधिकारिक तौर पर जयपुर के अशोक क्लब में एक कार्यक्रम के दौरान विमोचन किया गया। यह सत्र शक्ति फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित किया गया था, जो ग्रामीण बच्चों, महिलाओं और युवाओं के साथ-साथ शहरी गरीब लोगों के समग्र विकास के लिए समर्पित एक संगठन है। आध्यात्मिकता और रचनात्मक अभिव्यक्ति का जश्न मनाने के लिए आयोजित इस कार्यक्रम में शहर के साहित्य और कला प्रेमी शामिल हुए।
कार्यक्रम में अंशु हर्ष ने अपनी काव्य-संग्रह से चयनित कुछ छंदों का पाठ किया, जिन्हें सुनकर दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। उनके साथ-साथ, युवा कलाकार महिमा चौधरी और तन्मय सक्सेना ने अपनी भावपूर्ण संगीत प्रस्तुति से समां बांध दिया। कविता और संगीत का यह अद्वितीय संगम दर्शकों को भावनात्मक और आध्यात्मिक स्तर पर प्रभावित करने में सफल रहा, और इसने उनके दिलों पर एक अमिट छाप छोड़ दी।
अपने नए कविता संग्रह ‘तुम ठाकुर मेरे’ के बारे में बात करते हुए अंशु हर्ष ने कहा कि यह काव्य-रचनाएं कवि और ईश्वर, विशेष रूप से भगवान हनुमान के बीच गहरे आध्यात्मिक संबंध को व्यक्त करती हैं।
इस संग्रह में लेखिका की भगवान हनुमान के प्रति अद्वितीय श्रद्धा और भक्ति का चित्रण है। कविताओं के माध्यम से विश्वास, समर्पण और आत्मनिरीक्षण जैसे विषयों को गहराई से व्यक्त किया गया है।
अंत में सवाल जवाब का सत्र भी आयोजित हुआ, जिसमें लेखिका ने ‘तुम ठाकुर मेरे’ के पीछे की प्रेरणा और कवि के रूप में अपनी यात्रा के बारे में विस्तार से बताया।
गौरतलब है कि अंशु हर्ष राजस्थान की पहली द्विभाषी मासिक लाइफस्टाइल मैगजीन, सिम्पली जयपुर की प्रकाशक और संपादक हैं। इस नवीनतम कविता संग्रह के अतिरिक्त, उनके साहित्यिक योगदान में तीन हिंदी कविता संग्रह – ‘शब्दों का समंदर’, ‘समंदर: द ओशियन’, और ‘द प्लेटोनिक लव’ और महाभारत के हनुमान भी शामिल है।