
द ग्रेट इंडियन ट्रैवल बाज़ार (जीआईटीबी) पूरे भारत में उभरते गंतव्यों और अभिनव पर्यटन उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए एक प्रभावशाली मंच है। 53 देशों के 270 विदेशी टूर ऑपरेटर्स, 300 बूथ्स और 11,000 से अधिक B2B बैठकों के साथ, 14वां संस्करण जीआईटीबी को वैश्विक पर्यटन बाजारों तक पहुंचने के एक प्रवेश द्वार के रूप में मज़बूती से स्थापित करता है। यह बात भारत सरकार के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री, गजेंद्र सिंह शेखावत ने आज 14वें जीआईटीबी के उद्घाटन सत्र में कही। यह आयोजन फिक्की द्वारा भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय और राजस्थान सरकार के पर्यटन विभाग के साथ मिलकर जयपुर में किया जा रहा है।
मंत्री शेखावत ने आगे कहा कि जीआईटीबी भारत की अंतरराष्ट्रीय पहचान को मजबूत करने और इसके पर्यटन परिदृश्य की विशाल विविधता को उजागर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जिसमें सांस्कृतिक पर्यटन, एमआईसीई (MICE), वैलनेस और इको-टूरिज्म शामिल हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि इंटरनेशनल कांग्रेस एंड कन्वेंशन एसोसिएशन (आईसीसीए), जो MICE उद्योग की वैश्विक संस्था है – में भारत को हाल ही में मिली सदस्यता एक समय के अनुकूल कदम है, जो इस क्षेत्र में देश की वृद्धि को तेज़ी से आगे बढ़ाएगा।
राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी नेतृत्व में भारत का पर्यटन क्षेत्र अभूतपूर्व गति से आगे बढ़ रहा है। वर्ष 2024 में, राजस्थान में 23.23 करोड़ पर्यटकों का आगमन दर्ज किया गया, जिनमें 21 लाख अंतरराष्ट्रीय पर्यटक शामिल थे। यह संख्या दो साल पहले की तुलना में लगभग दोगुनी है, जो इस क्षेत्र की मजबूत प्रगति को दर्शाती है।
यह विकास माननीय मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा के नेतृत्व वाली डबल इंजन वाली भाजपा सरकार के व्यापक दृष्टिकोण के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य राजस्थान को 350 बिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था में बदलना है। इस लक्ष्य में पर्यटन की अहम भूमिका है, जो राज्य की जीएसडीपी में 5% से अधिक योगदान देता है और 20 लाख से ज्यादा लोगों को आजीविका उपलब्ध कराता है।
भविष्य को ध्यान में रखते हुए, राजस्थान स्वयं को पूरे साल भर उपलब्ध, अनुभव-समृद्ध और बहुआयामी पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। इसके लिए राज्य नए-अनदेखे स्थलों को प्रमोट, पर्यटन से जुड़ी बुनियादी सुविधाओं को मज़बूत और निवेश आधारित प्रगतिशील नीतियों को लागू कर रहा है
फिक्की की पूर्व प्रेसिडेंट व ललित सूरी हॉस्पिटैलिटी ग्रुप की सीएमडी, डॉ. ज्योत्सना सूरी ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि जीआईटीबी का 14वां संस्करण पर्यटन मंत्रालय, राजस्थान सरकार और फिक्की के बीच स्थायी और मजबूत साझेदारी का प्रमाण है। भारत को एक प्रमुख वैश्विक पर्यटन स्थल के रूप में बढ़ावा देने के लिए समर्पित सबसे महत्वपूर्ण वार्षिक आयोजनों में से एक के रूप में, जीआईटीबी अंतर्राष्ट्रीय नेटवर्किंग और सहयोग के लिए अमूल्य अवसर प्रदान करता है – जो भारत के वैश्विक पर्यटन विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। पिछले 14 वर्षों में 99 देशों के 3,000 से अधिक विदेशी टूर ऑपरेटरों ने जीआईटीबी में भाग लिया है, तथा एक लाख से अधिक बी2बी बैठकों का आयोजन किया है – जिससे यह इनबाउंड टूरिज्म को बढ़ावा देने और वैश्विक साझेदारियां बनाने का एक मजबूत मंच बन चुका है।
इससे पूर्व, गणमान्य व्यक्तियों द्वारा एसकेआईएफटी रिसर्च रिपोर्ट – ‘हाउ टू ग्रो इनबाउंड टूरिज्म इन इंडिया- अनलॉकिंग लॉन्ग हॉल अपॉर्च्युनिटीज’ जारी की गई।
फिक्की, राजस्थान के को-चेयर, सुरेन्द्र सिंह शेखावत ने धन्यवाद ज्ञापित किया।