आईटीसी राजपूताना में ‘आर्ट विद ए हार्ट’ आर्ट एग्जीबिशन
जयपुर, 16 दिसंबर। समकालीन सामाजिक मुद्दों के बारे में जागरूकता फैलाने के उदेश्य से आईटीसी राजपूताना में स्कूली बच्चों द्वारा ‘आर्ट विद ए हार्ट’ छठी कलात्मक एग्जीबिशन का शुभारम्भ हुआ। इसका उद्घाटन जयश्री पेड़ीवाल ग्रुप ऑफ स्कूल्स की चेयरपर्सन,डॉ जयश्री पेड़ीवाल और आईटीसी राजपूताना होटल के महाप्रबंधक, दीपेंद्र राणा ने किया। एग्जीबिशन का आयोजन 20 दिसंबर तक वेलकम आर्ट गैलरी में प्रातः 10 बजे से सांय 7 बजे तक किया जाएगा। जयश्री पेड़ीवाल इन्टरनेशनल स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा आयोजित इस एग्जीबिशन में 500 से अधिक पेंटिग्स को शोकेस किया जा रहा है।
स्कूल के विभिन्न आयु वर्ग के विद्यार्थियों ने कला के अलग-अलग माध्यमों द्वारा एग्जीबिशन में ऑयल और एक्रेलिक पेंटिंग, इंस्टालेशन और स्कल्पचर आदि के जरिए अपनी कलात्मक प्रतिभा का प्रदर्शन किया है। इस एग्जीबिशन में कलात्मक प्रस्तुतियों के परिपेक्ष्य में संगीत, संस्कृति, उत्सव और जीवन के तत्व इत्यादि कुछ प्रमुख विषय शामिल किए गए। जयपुर के 40 अधिक स्कूलों ने इस एग्जीबिशन को देखने के लिए अपनी रूचि दिखाई एवं स्कूल के विद्यार्थियों की प्रशंसा की।
इसके साथ ही, आईटीसी राजपूताना ने इस कार्यक्रम में सस्टेनेबिलिटी और 0kgCO2e कार्बन फुटप्रिंट के प्रति प्रतिबद्धता के लिए जयश्री पेड़ीवाल इंटरनेशनल स्कूल को प्रमाण-पत्र जारी किया।
कला में विशेष रूचि रखने वाली जयश्री पेड़ीवाल विद्यालय समूह की चेयरपर्सन, डॉ. जयश्री पेड़ीवाल ने कहा कि वेद विंची, हुसैन और पिकासो की अगली पीढ़ी बनाने की दृष्टि रखती है। प्रौद्योगिकी के इस युग में छात्रों के लिए अनिवार्य है कि वे अपनी रचनात्मकता को जाने तथा उसका विकास करें। ऐसी प्रदर्शनियां एक आदर्श मंच के रूप में हमारे युवा स्वप्नकारों को उनकी कला को गुलाबी शहर के लोगों के साथ साझा करने का अवसर प्रदान करती हैं।
एग्जीबिशन देखने आए उद्यमी, अभिभावक, छात्र और कला पारखी जेपीआईएस के प्रतिभावान कलाकारों के शानदार कला संग्रह की काफी सराहना की। छात्र कलाकारों ने विभिन्न कलाकृतियों और उनकी व्याख्याओं को समझाते हुए दर्शकों का दिल जीत लिया। दर्शकों ने कलात्मकता के भावों को गहराई से महसूस किया और सराहा। हर कोई वर्तमान के इन विभिन्न रंगों व तकनीक के मिश्रण को देखकर प्रफुल्ललित नजर आया। यह प्रदर्शनी खास है क्योंकि इसमें बेची गई सभी कलाकृतियों से प्राप्त होने वाली धन राशि को समाज सेवा के हित में दान किया जाएगा।