राष्ट्रीय, 2 दिसंबर 2024- जेम एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (जीजेईपीसी) ने जयपुर में आयोजित एक गरिमापूर्ण समारोह में प्रतिष्ठित 51वें इंडिया जेम एंड ज्वैलरी अवार्ड्स (आईजीजेए) प्रदान किए। इस दौरान रत्न और आभूषण उद्योग के प्रमुख निर्यातकों को सम्मानित किया गया। जीजेईपीसी ने कुल 24 इंडिया जेम्स एंड ज्वैलरी पुरस्कार प्रदान किए। इनमें 14 – उद्योग प्रदर्शन पुरस्कार; 7- विशेष मान्यता पुरस्कार; 2 – सम्मान पुरस्कार; और 1- रत्न और आभूषण उद्योग पुरस्कार प्रदान किए गए। यह कार्यक्रम गोल्ड पार्टनर, वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल, पावर्ड बाई जीआईए द्वारा समर्थित था, एसोसिएट पार्टनर के रूप में जेमफील्ड्स और आरएमसी इस समारोह से जुड़े और वैभव ग्लोबल लिमिटेड ने सह-भागीदार की भूमिका निभाई।
बिजनेस टाइकून श्री गौतम अदाणी (अध्यक्ष, अदाणी समूह) ने जीजेईपीसी के आईजीजे पुरस्कारों के 51वें संस्करण में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। जीजेईपीसी का प्रतिनिधित्व श्री विपुल शाह, अध्यक्ष, जीजेईपीसी; श्री किरीट भंसाली, उपाध्यक्ष, जीजेईपीसी ने किया, जबकि श्री निर्मल बरडिया, क्षेत्रीय अध्यक्ष, राजस्थान, जीजेईपीसी; श्री सब्यसाची रे, ईडी, जीजेईपीसी, और श्री सचिन जैन, रीजनल सीईओ – इंडिया, वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल और श्री गोपाल कुमार, निदेशक और महाप्रबंधक, जेमफील्ड्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड भी भारत के रत्न और आभूषण उद्योग के दिग्गजों के साथ मौजूद थे।
हीरा, रत्न और आभूषण व्यापार में जुटे प्रतिष्ठित कारोबारियों से भरे हॉल को संबोधित करते हुए, श्री गौतम अदाणी, अध्यक्ष, अदाणी समूह ने इस अवसर पर कहा, ‘‘डिजिटल उपकरणों के साथ हमारे कुशल कारीगरों और शिल्पकारों को सशक्त बनाना और उनका उत्थान करना हमारी आभूषण विरासत को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा। आखिरकार, हमारे युवा ही कल के निर्माता हैं। आइए उनकी क्षमता को भरपूर प्रोत्साहित करें और एक ऐसा भारत बनाएं जो विश्व मंच पर चमके।’’
श्री अदाणी ने आगे कहा, ‘‘इनोवेशन और सस्टेनेबिलिटी केवल रुझान नहीं हैं, बल्कि रत्न और आभूषण उद्योग के भविष्य की नींव हैं। उन्नत विनिर्माण तकनीकों से लेकर स्मार्ट वियरेबल्स तक, तकनीक आभूषण उद्योग में क्रांति ला रही है, जो अनुकूलन और कनेक्शन के लिए अंतहीन अवसर प्रदान करती है। रत्न और आभूषण उद्योग को ग्लोबल स्तर पर अग्रणी बने रहने के लिए बदलाव को अपनाना चाहिए, यथास्थिति को चुनौती देनी चाहिए और बदलती उपभोक्ता जरूरतों के अनुकूल ढलना चाहिए।’’
जीजेईपीसी के अध्यक्ष श्री विपुल शाह ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘यह बहुत जरूरी है कि हम हमेशा बड़ा सोचें, निरंतर नवाचार करें और तकनीक को अपनाएं- भारत के रत्न और आभूषण उद्योग का भविष्य पहले से कहीं अधिक उज्ज्वल है। मजबूत खुदरा विकास के साथ, मुंबई में इंडिया ज्वैलरी पार्क, जयपुर का जेम बोर्स और भारत रत्नम मेगा सीएफसी जैसी परियोजनाएं इस उद्योग की तस्वीर को बदलने के लिए तैयार हैं। दूरदर्शी सरकारी नीतियों और एफटीए द्वारा समर्थित, हमारा उद्योग नई ऊंचाइयों को छूने के लिए तैयार है। साथ मिलकर, हम भारत को रत्न और आभूषणों में ग्लोबल स्तर पर अग्रणी के रूप में स्थापित कर सकते हैं, साथ ही हम इनोवेशन के साथ-साथ एक्सीलैंस और सस्टेनेबिलिटी के लिए मानक स्थापित कर सकते हैं।’’
जीजेईपीसी के उपाध्यक्ष श्री किरीट भंसाली ने कहा, ‘‘रत्न और आभूषण उद्योग ने कई चुनौतियों का सामना करने के बावजूद पिछले साल 32 बिलियन डॉलर का निर्यात हासिल करके अविश्वसनीय काम कर दिखाया है। मैं पुरस्कार विजेताओं को अपनी हार्दिक बधाई देता हूं, जिन्होंने इस उल्लेखनीय उपलब्धि का नेतृत्व करने और उद्योग को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।’’
श्री सचिन जैन, क्षेत्रीय सीईओ – इंडिया, वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल ने कहा, ‘‘यह हमारा समय है, हमारा युग है। अगले दस साल भारत के हैं। एक उद्योग के रूप में, हमारा लक्ष्य आधुनिक दृष्टिकोणों के माध्यम से उपभोक्ताओं, विशेष रूप से युवा पीढ़ी के साथ भावनात्मक रूप से जुड़ना है। हम अपने प्रधानमंत्री के ‘विकसित भारत 2047’ के विजन को आगे बढ़ाने और इसे पूरा सपोर्ट करने के लिए भी प्रतिबद्ध हैं, जो भारत को विकासशील से विकसित राष्ट्र में परिवर्तित करेगा। हम इस यात्रा में स्वर्ण की भूमिका को परिभाषित करने के लिए सरकार के साथ सहयोग कर रहे हैं, साथ ही 2030, 2035 और उससे आगे भी और बड़ी उपलब्धियां हासिल करने की तैयारी कर रहे हैं। आईजीजेए दरअसल उल्लेखनीय उपलब्धियों और उनके पीछे के लोगों की कामयाबी का उत्सव है।’’
जीआईए इंडिया के एमडी श्री श्रीराम नटराजन ने कहा, ‘‘भारतीय रत्न और आभूषण उद्योग हमारे देश के लिए बहुत महत्व रखता है, जो निर्यात, जीडीपी और रोजगार में महत्वपूर्ण योगदान देता है। यह सफलता सरकार, जीजेईपीसी, बैंकों और जीआईए और अन्य संस्थानों द्वारा समर्थित, व्यावसायिक परिवारों की उद्यमशीलता और वैश्विक व्यापार कौशल के माध्यम से कम समय में हासिल की गई है। निश्चित तौर पर यह सफलता उल्लेखनीय है। उद्योग जगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए स्वस्थ प्रतिस्पर्धा पर पनपता है और सामूहिक शक्ति से एकजुट होने पर अद्वितीय सहयोग प्रदर्शित करता है। आईजीजेए के साथ, हम उद्यमियों, उनके परिवारों, कर्मचारियों और इस सफलता में योगदान देने वाले सभी लोगों की कामयाबी का जश्न मनाते हैं। इस सुयोग्य मान्यता के लिए आईजीजेए पुरस्कार विजेताओं को मेरी ओर से भी हार्दिक बधाई!’’
इस समारोह में डेरेवाला इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन श्री प्रमोद अग्रवाल ने लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड हासिल किया।
इस वर्ष चयन मानदंड में निर्यात प्रदर्शन, मूल्य संवर्धन, रोजगार सृजन और अनुसंधान एवं विकास में निवेश सहित अन्य पैरामीटर शामिल थे। ‘ब्रांड इंडिया’ को मजबूत करने में मदद करने वाली कंपनियों द्वारा प्रदर्शित व्यावसायिक उत्कृष्टता के सम्मान में, जीजेईपीसी न केवल उद्योग के खिलाड़ियों को उनके अनुकरणीय प्रदर्शन के लिए सम्मानित करता है, बल्कि बैंकों जैसी संस्थाओं को भी मान्यता देता है जो इस क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
1973 में अपनी स्थापना के बाद से, आईजीजेए रत्न और आभूषण उद्योग में उत्कृष्टता का प्रतीक रहा है, जो उद्योग को आगे बढ़ाने वाली उद्यमशीलता की भावना और नवाचार को मान्यता देता है। हर साल, आईजीजेए रत्न और आभूषण क्षेत्र में उपलब्धि के शिखर को प्रदर्शित करते हुए सर्वश्रेष्ठ में से सर्वश्रेष्ठ को सम्मानित करता है। यह प्रतिष्ठित समारोह उन कंपनियों और भागीदारों का सम्मान करता है जिनके योगदान ने उद्योग को निर्यात उत्कृष्टता का एक शानदार उदाहरण बना दिया है। आईजीजेए में पिछले कुछ वर्षों में सामाजिक जिम्मेदारी, इनोवेशन और एंटरप्रेन्योरशिप सहित नई श्रेणियों को अपनाया गया है। इस तरह यह परिवर्तन इस उद्योग की गतिशील प्रकृति को भी दर्शाता है।