जयपुर, 23 दिसंबर। जयपुर एक्जीबिशन एंड कन्वेंशन सेंटर में आयोजित चार दिवसीय ‘द दिसंबर शो’ – जयपुर ज्वैलरी शो (जेजेएस) का 20वां संस्करण सोमवार को शानदार सामरोह के साथ समापन हुआ। शो में लगभग 50,000 विजिटर्स ने शिरकत की। प्रत्येक वर्ष की तरह, आयोजकों और प्रदर्शकों को इस वर्ष भी मिल रही उत्साही और सकारात्मक प्रतिक्रिया से अपार संतोष हुआ, जो शो के सफल संस्करण को और भी शानदार बना दिया। इस वर्ष के शो में भाग लेने वाले सभी व्यापारियों, डिजाइनरों और ज्वेलरी प्रेमियों ने कार्यक्रम की भव्यता और उत्कृष्टता की सराहना की। आयोजकों के लिए यह विशेष रूप से प्रसन्नता का कारण था कि शो ने न केवल भारतीय बाजार को बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी ध्यान आकर्षित किया। इसके साथ ही, शो ने स्थानीय कला और शिल्प को प्रमोट करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे जयपुर की पारंपरिक और समकालीन ज्वैलरी डिजाइनों को वैश्विक मंच पर पहचान मिली।
इस अवसर पर जेजेएस के चेयरमैन, श्री विमल चंद सुराणा ने कहा कि जयपुर ज्वैलरी शो इस वर्ष वाकई नई ऊंचाइयों पर पहुंच गया है। इस बार के शो में न सिर्फ अब तक के सबसे अधिक बूथ लगाए गए हैं, बल्कि खरीदारों की रिकॉर्ड संख्या भी दर्ज की गई है। यह एग्जीबिटर्स के साथ-साथ बायर्स के लिए भी एक उल्लेखनीय मंच बना हुआ है, जो इस शो से जुड़े सभी लोगों के लिए बेहतरीन व्यावसायिक अवसर सुनिश्चित करता है।
जेजेएस के मानद सचिव, श्री राजीव जैन ने कहा कि जेजेएस के इस संस्करण के चार दिनों में करीब 50,000 लोगों की उपस्थिति दर्ज की गई। इनमें 7,915 बाहरी और 593 अंतरराष्ट्रीय रजिस्ट्रेशन शामिल थे। हांगकांग, अमेरिका, रूस, आर्मेनिया, जॉर्जिया, यूएई, कजाकिस्तान, तुर्की व उज्बेकिस्तान सहित विश्व भर से आए खरीदारों की मौजूदगी ने इस आयोजन को और व्यापक व बेहतर बना दिया है, जिससे जयपुर की स्थिति ज्वैलरी के बेहतरीन केंद्र के रूप में और अधिक मजबूत हुई है। उन्होंने यह भी बताया कि जेजेएस का आगामी संस्करण 19 से 22 दिसंबर 2025 तक आयोजित किया जाएगा।
जेजेएस प्रवक्ता, श्री अजय काला ने समापन समारोह का संचालन किया। उन्होंने कहा कि इस बार जेजेएस व्यवसाय के साथ-साथ प्रबंधन की दृष्टि से भी अब तक का सबसे बेहतरीन शो रहा है। व्यवसाय की दृष्टि से यह सबसे व्यापक और उपयोगी शो रहा। उन्होंने शो की सफलता के लिए सभी प्रदर्शकों, विक्रेताओं और आगंतुकों का आभार व्यक्त किया।
समापन समारोह में इस आयोजन से जुड़े वेंडर्स को उनके सहयोग के लिए स्मृति चिन्ह दिए गए। इनमें से अधिकांश विक्रेता वर्ष 2003 में जेजेएस की स्थापना के समय से ही इससे जुड़े हुए हैं। अंत में श्री राजीव जैन ने सभी प्रायोजकों व सहयोगियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।